राजनीति

5 लाख की रिश्त लेने वाले डिप्टी एसपी को योगी ने बनाया हवलदार

योगी आदित्यनाथ का सबसे अलग अंदाज़, डीएसपी वर्दी में बैठा तो बना दिया कॉन्स्टेबल, जनता का माल लूटा, योगी तक पहुंचा संदेश यूपी की सबसे अनोखी खबर मजेदार है ! डिप्टी एसपी किशोर ने ली थी गरीब से रिश्वत, योगी ने कहा वर्दी पर बुलडोजर चलाया था ! एक तरफ गुजरात के मोरबी विपुल हादसा हुआ ! पीएम मोदी पहुंचे तो अधिकारियों ने इस कंपनी को ठेका मिला था उसका नाम कपड़े से ढक दिया है !

इधर ही कपड़े योगी बाबा है ! डीएसपी यानी डिप्टी एसपी साहब ने रिश्वत ली तो ऐसी सजा सुनाई कि सात जन्म याद रखेंगे ! थाने से लेकर कचहरी तक दबे हाथ पैसा लेने वालों ये रिपोर्ट सुन लेना है पकड़े गए तो तुम्हारा क्या होगा ! तहसीलदार को टेबल के नीचे से चाहिए पुलिस तो अंधेरे में हिसाब करती है, जीतने तेज का मुकदमा उतनी बड़ी गद्दी का इंतजाम करना होता है ! तो बड़े अधिकारियों का खेल बोरी के हिसाब से होता है ! जैसा काम वैसा ही बैग भर भर कर रुपया ! लेकिन यह रुकना चाहिए और रोकने की शुरुआत कर चूके हैं ! योगी आदित्यनाथ पर सवाल उठता है ! कि योगी इतने नाराज क्यों हुए और डिप्टी एसपी ने ऐसा क्या किया था? कि सिपाही बना दिया है पूरी बात सुनकर आप को तीन बार सलाम करेंगे !

महिलाओं की सुरक्षा को लेकर योगी जी महराज हमेशा सचेत रहते हैं ! पर डिप्टी SP विद्या किशोर शर्मा ने रामपुर में नियुक्ति के दौरान CO सिटी के पद पर रहते हुए ! दरअसल रेप पीड़िता महिला ने तहरीर दी, लेकिन आरोप है कि डिप्टी एसपी ने आरोपी विनोद यादव से 5 लाख रुपए की रिश्वत और मामला रफा दफा कर डाला था ! साल 2021 में डिप्टी एसपी ने यह कहते हुए पैसा लिया था की ये ऊपर तक जाएगा तभी हम बचा पाएंगे ! विनोद यादव के साथ रामपुर थाना गंज के इंस्पेक्टर रामवीर सिंह यादव भी रेप के आरोपी थे ! जिनके नाम भी एफआईआर हुई थी ! उन्हीं की वजह से विरोध यादव ने डीएसपी को पांच लाख दिए थे !

उस वक्त रामपुर के एसपी शगुन गौतम थे उन्हीं दिनों योगी का रामपुर में दौरा था ! पीड़िता महिला ने ये धमकी दी थी कि वो योगी के कार्यक्रम में आत्मदाह कर लेगी मामले ने तूल पकड़ा तो आरोपी विनोद यादव पर कार्रवाई तेज हो गई ! पर डिप्टी एसपी को पांच लाख की रिश्वत देते वक्त आरोपी विनोद यादव ने वीडियो बना लिया है ! जीसको देखते हुए तत्कालीन एसपी शगुन गौतम और तत्कालीन रायपुर सिटी सीओ विद्याकिशोर शर्मा पर जांच बैठ गई ! रिश्वत वालि बात हम आपको बताते है फिर आप तय करिये योगी का ये ऐक्शन कैसा है? विनोद यादव जेल जाने के बाद जमानत पर हैं,

लेकिन डिप्टी एसपी सीधे सिपाही रैंक पर आ गए हैं ! इसे कहते है बुलडोजर का न्याय अब हम आपको समझाते है ! योगी ने किस नियम का इस्तेमाल किया, जिसमें वह थैले में पैसा देते हैं, जिसका वीडियो भी बनाता है ! और यही तीसरी आंख डीएसपी के अंत की कहानी लिखती है ! उसे कहते हैं वक्त कलयुग में भी कुछ लोग होते है जो बर्दाश्त नहीं करते ! योगी के फैसले के बाद डिप्टी एसपी से सिपाही बने विद्या किशोर शर्मा एसपी, डीएसपी को सलामी देंगे ! और साहब की सब्जी लायक करेंगे जिसमें महिला को न्याय मिला ! वो योगी को अपना सबसे बड़ा भगवान मानने लगी है !

लेकिन नियम क्या कहता है? कैसे योगी ने एक डिप्टी एसपी को सिपाही बना दिया है? हम वो भी समझाते है भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम उन्नीस सौ अट्ठासी की धारा सात के तहत कोई भी अधिकारी या कर्मचारी अगर रिश्वत लेता हैं ! पद का दुरुपयोग करते हुए कोई भी लाभ लेता है तो यह दंडनीय अपराध है ! इसके तहत उसे पांच साल कैद और जुर्माना भरना पड़ सकता है ! अब तक अधिकारियों को जांच के बाद जेल भेज दिया जाता था ! लेकिन यूपी में योगी सरकार डिमोशन वाला नियम लागू कर रहे हैं ! जनवरी दो हज़ार इक्कीस में सीएम योगी ने गलत तरीके से प्रमोशन पाने वाले चार अधिकारियों का डिमोशन किया था ! सूचना विभाग, में तैनात अपर जिला सूचना पदाधिकारियों को चपरासी चौकीदार ऑपरेटर सहायक बनाया था !

एसडीएम का डिमोशन का तहसीलदार भी बनाया था सीएम ने अपने ताकत का प्रयोग करते हुए फैसला लिया है ! इसी के तहत रेप के केस में पांच लाख की रिश्वत देने वाले डिप्टी एसपी का प्रमोशन कैंसिल कर उन्हें वापस अपने पद पर भेज दिया है ! जिसकी खुलकर तारीफ होनी चाहिए !

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