फेसबुक ने 11000 वर्कर्स क्यों निकाले

फेसबुक में हुई बड़ी हलचल फेसबुक ने 11 हज़ार वर्कर्स को निकाला मार्क जुकरबर्ग ने? किस मजबूरी में उठाया ऐसा कदम? फेसबुक सोशल नेटवर्किंग साइट्स का वो मेमट जिसमें काम करने या नौकरी पाने की ख्वाहिश, ना जाने कितने ही युवा देखते हैं ! उस फेसबुक में बुधवार को अचानक ऐसा जल जला आया  की यहाँ काम करने वाले हजारों लोगों की नौकरी चली गयी !

फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा प्लैटफॉर्म सिंक ने अचानक एक बड़ा फैसला लेते हुए कंपनी के ग्यारह हज़ार वर्कर्स को निकालने की घोषणा कर दी ! ये खबर वहाँ काम कर रहे कर्मचारियों के लिए किसी बड़े धक्के से कम नहीं था ! इस बड़े कदम के बाद दुनियाभर में इसकी हलचल देखी गई ! कंपनी के ऐसे बड़े कदम के पीछे के कारणों को लेकर सवाल उठने लगे ! लोग सोशल साइट्स पर भी ऐसे ऐक्शन की वजह तलाशते दिखे ! इस बीच मेटा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग की ओर से एक बयान सामने आया ! एक ब्लॉग पोस्ट के जरिए अपनी बात साझा करते हुए उन्होंने लिखा !

कि आज मै मेटा के इतिहास में किए गए कुछ सबसे कठिन बदलावों को साझा कर रहा हूँ ! मैं अपनी टीम के साइज को करीब तेरह फीसदी तक कम करने और ये ग्यारह हज़ार से ज्यादा बेहतरीन कर्मचारियों को कंपनी से निकालने का फैसला कर रहा हूँ ! कंपनी की ओर से ऐसी बड़ी कार्रवाई रेवेन्यू में आइ गिरावट के बाद की गई है ! जुकरबर्ग ने कहा कि हम खर्च में कटौती करके और क्यूँ वन के जरिए ! अपने हाइरिंग फीस को बढ़ाकर एक ज्यादा कुशल कंपनी बनाने के लिए कई बड़े और जरूरी कदम उठा रहे हैं ! इतने बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी हैं बताती हैं ! कि कंपनी की ओर से बड़े बजट में कटौती की तैयारी है !

आपको बता दें कि डिजिटल ऐडवर्टाइजमेंट रेवेन्यू में तेज बंदी की वजह से कंपनी ऐसा कदम उठाने को मजबूर हुई है ! काम से निकाली जा रहा है कर्मचारियों को कंपनी की ओर से छे हफ्ते का मूल वेतन दिया जाएगा ! कंपनी ने कहा कि कर्मचारियों को छे महीने के लिए स्वास्थ्य सेवा का खर्च दिया जाएगा ! मार्क जुकरबर्ग ने मेटा को अधिक पूंजी कुशल बनाने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया ! और कहा कि कंपनी संसाधनों को उच्च प्राथमिकता वाले विकास क्षेत्रों में ट्रांसफर करेगी ! जैसे की एआइ डिस्कवरी इंजिन विज्ञापन और व्यावसायिक प्लैटफॉर्म साथ ही साथ इसके मेटावर्स प्रोजेक्ट को भी आगे बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा !

मेटा की नौकरी में कटौती पिछले दिनों ट्विटर की ओर से की गई छंटनी के बाद हुई है, जिसमें देखा गया कि कंपनी ने बस को अपनी बिक्री के बाद अपने कर्मचारियों की संख्या में करीब पचास फीसदी की कटौती की है !  स्नैपचैट की ओर से भी कहा गया है कि कंपनी अपने वर्कफोर्स को बीस फीसदी तक कम करने वाली है !ऐसे में ये खबर वहाँ काम कर रहे हैं एम्प्लॉईस के लिए टेंशन भरी हो सकती है ! आपको बता दें कि इस साल मेटा का शेयर 73 फीसदी तक टूटा है, जिससे फेसबुक को गहरा धक्का लगा था ! कंपनी से एक साथ इतने बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी से जहाँ एक और उनमें हताशा और निराशा देखी जा रही है,

वहीं इस बात से खुद जुकरबर्ग भी निराश बताए जा रहे हैं ! ये पिछले दस सालों में फेसबुक में की गई सबसे बड़ी छटनी है ! फेसबुक को कितना नुकसान पहुंचा है इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है ! कि कभी दुनिया के टॉप टेन अमीरों की सूची में शामिल रहे जुकरबर्ग आज अमेरिकी रैंकिंग में फिसलकर उनतीस वें पायदान पर पहुँच चूके हैं !

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *