2030 तक आपकी कार हो जाएगी ड्राइवरलेस

5G से आपकी कार बन जाएगी उड़नखटोला दिल्ली में बैठकर गांव में रखी कार करिए कंट्रोल ड्राइवरलेस कार के लिए गडकरी बनवा रहे हैं, हाइवे भी मोदी लाए 5 जी आप कीजिये 2030 का इंतजार स्मार्ट फ़ोन स्मार्ट सिटी के बाद अब स्मार्ट कार की बारी न ऐक्सिडेंट होगा ना चलाने में थकेंगे आप दिल्ली में नौकरी करने आए हैं ! और घर पर आपकी माँ को दवा की जरूरत है घर पर कार खड़ी है ! लेकिन उसको कोई चलाने वाला नहीं है ! तो आप उससे यही बैठे बैठे कंट्रोल कर सकते लेकिन ये अभी मात्र कल्पना है !

अगर आप ऐसा भी करने की कोशीश करेंगे तो हादसे का शिकार हो जाएं क्योंकि भारत में ये सपने आने वाले दिनों के लिए देखे जा रहे हैं ! यह सुनकर अक्सर लोगों को यकीन नहीं होगा, लेकिन अगले दस सालों में सच होने वाला है ! पहले विदेशों में तकनीक आ जाती थी ! और भारत इंतज़ार करता था यानी भारत दुनिया की गति से कई सालों पीछे चलता था, लेकिन भारत में हर एडवान्स तकनीक आएगी और इसमें ज्यादा वक्त नहीं लगने वाला है ! ऐसा इसलिए क्योंकि भारत पिछले कुछ सालों में काफी सक्षम हो गया अगर ज्यादा समय लगने वाला होता ! तो पीएम मोदी दिल्ली में बैठकर स्वीडन की कार को कंट्रोल नहीं कर पाते ये तस्वीरें वहीं की हम आपको इस आर्टिकल में बताए ये कैसे संभव होगा?

2030 तक आपकी कार हो जाएगी ड्राइवरलेस

5G आपकी कार कैसी होगी, कैसी कैसी आपको कलाकारी दिखायेगी हालांकि उससे पहले आपके लिए ये काम की बात है ! कि अगर आप अभी कार खरीदने जा रहे हैं तो रुक जाईये पहली बात तो ये है ! कि आरबीआइ ने रेपो रेट बढ़ा दिया तो आपको लोन लेने से बचना चाहिए कार के लिए लोन वैसे ही महंगा मिलेगा ! इसके अलावा दूसरी बात ये है की कई कंपनियां स्मार्ट कार पे काम कर रही है ! जो अगले कुछ सालों में आपको ये दिखाई देने लगेंगी आप सोचेंगे स्मार्ट फ़ोन स्मार्ट सिटी तो सुना ये स्मार्ट कार क्या होगी? तो हम आपको आसान भाषा में समझाते इसका हाल बिल्कुल भी स्मार्ट सिटी वाला नहीं होगा अक्सर ड्राइवरलेस कार इलेक्ट्रिक होती है !

भारत में दिल्ली से मुंबई के बीच इलेक्ट्रिक हाइवे बनाने की तैयारी तेजी से चल रही मतलब नितिन गडकरी जो बोलते हैं उसे पूरा करते हैं , इसलिए ये भरोसा बढ़ जाता है 5G भले ही आज आया हो लेकिन सरकार पहले से ही पूरी तैयारी कर चुकी क्योंकि 5G के लॉन्च के बाद इंडिया से नेटवर्क में दिक्कत वाला लफड़ा हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा हालांकि कुछ लोगों की है ! कि उनके यहाँ 3G और 4G नेटवर्क आज भी नहीं मिलता ऐसे में 5G वाला सपना क्यों देखें? जापान की कंपनी टोयटा सुजुकी ,सुबारु देहात्सु और माजदा एक साथ मिलकर कनेक्टेड कार तकनीक विकसित कर रही इसे बी टू बी यानी वीइकल टू वेहिकल तकनीक कहा जाता है !

ये ऐसी तकनीक होगी जिसमें इन कंपनियों की कार आपस में जुड़ी होंगी आप रिमोट के जरिए इन कार को आसानी से कंट्रोल कर सकेंगे ! जैसे बच्चे रिमोट वाली कार चलाते है वैसे ही बड़े लोग भी चला सकते बीस रुपए वाली कार की बात नहीं अगर आप कुछ महंगे दाम की एक खिलौने वाली कार खरीद ले तो आप उसे बकायदे रिमोट से चला सकते हैं ! यहाँ तक की उड़ने वाली कार का प्रयोग अब तक जो असफल रही है वो सफल हो सकती हैं ! कंपनियां आजकल कारों में ऐडवान्स ड्राइविंग असिस्टेंट सिस्टम लगा रही जिससे कार में लगे कैमरे और रडार आपको गाड़ी के आगे पीछे क्या है ! इमर्जेन्सी ब्रेक कब लगाना है, जिससे आपके गाड़ी के सामने कौन आ गया है डिवाइडर किधर है,

आप किस रास्ते से जा रहे है, आपकी गाड़ी की स्पीड क्या है? सेफ पार्किंग कैसे होगी? इन चीजों पर काम कर रही लेकिन इंडिया का ट्रैफिक सिस्टम और इंटरनेट की स्पीड इतनी अच्छी नहीं, खासतौर से कुछ क्षेत्रों में लोगों की समझ भी अभी उतनी आगे नहीं बढ़ी है ! कि इस तकनीक पर लोग काम कर पाए, क्योंकि ऐसे सिस्टम के लिए कार में जो डिवाइस लगी होती है, उससे मिली सेकंड में ही सारी जानकारियां लेने होती है 5G में जब इस स्पीड सौ गुना तेज हो जाएगी तो ये काम बिल्कुल आसान हो जाएगा ! अभी कई गाड़ियों में अडैप्टिव क्रूज कंट्रोल सिस्टम होता है, जिसकी मदद से आप आसानी से लॉन्ग ड्राइव पे जा सकते हैं !

रडार सेंसर के जरिए कार खुद ही ट्रैफिक की स्थिती देखेगी खुद ही स्पीड तय करेगी ! और आपको ऐक्सिडेंट से बचाएगी और ये सब होगा 5G तकनीक के जरिये हालांकि कुछ ऐसा पहले भी कार कंपनियों ने कर दिखाया है ! भारत में महिन्द्रा सेवन हंड्रेड में कुछ इसी तरीके की तकनीक दी गई है ! जिसका लोग बार बार जिक्र करते हैं अब तक कार में V To X यानी की टू एवरीथिंग ऑप्शन बहुत कम होता है ! क्योंकि सेफ्टी सेन्सिटिव ऐप्लिकेशन से कार को जोड़ने के लिए तेज इंटरनेट का होना जरूरी है ! आपको शायद यह जानकर हैरानी होगी कि पोर्श नाम की कंपनी डिजिटल ट्विन सिस्टम तकनीक पर काम कर रही है ! जिससे कार आपको खुद बतायेगी को इसकी सर्विसिंग कब करवानी है, उसके टायर में हवा है या नहीं,

उसे लॉन्ग ड्राइव पर लेकर जाएंगे तो क्या क्या दिक्कत आ सकती है? मतलब तकनीक इतना आगे बढ़ने वाली हैं की आप कार को नहीं बल्कि कार आपको चलाएगी ! ऐसी स्मार्ट कार में बैठने के बाद ना तो आपको ऐक्सिडेंट का डर होगा और ना ही थकने का आप बैठे बैठे काफी कम समय में अपनी मंजिल तक पहुँच जाएंगे हालांकि भारत में ज्यादातर हिस्सा गांव में रहता है ! और गावों में क्या ये तकनीक काम कर पाएगी? इसमें भी मोदी सरकार को एक बार सोचना चाहिए क्योंकि कहते हैं ! तकनीक तो आप ला सकते हैं लेकिन जब तक शिक्षा व्यवस्था में बदलाव नहीं होगी, उस तकनीक को स्वीकार करने में लोगों को कठिनाई होगी इसीलिए ! आज भी बहुत भारी संख्या में लोग स्मार्ट फ़ोन रखने से बचते हैं क्योंकि उन्हें टच फ़ोन चलाना नहीं आता !

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